बंगलूर की पचपन वर्षीय पत्रकार,सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी. उनकी एक पहचान थी जिसकी वजह से वो सबसे अलग थी, वो यह कि तर्क और न्याय आधारित बात करना . अपनी इसी खासियत की वजह से गौरी इतनी मशहूर हुई कि विरोधियों के गले की हड्डी बन गयीं. गौरी लंकेश की मौत वर्तमान व्यवस्था के ताबूत की आखिरी कील है. उनकी मौत जाया नहीं जायेगी.लेकिन आज अगर मैं चुप रही तो कल मेरे लिए भी कोई आवाज उठाने वाला नहीं होगा. गौरी की हुई हत्या इस बात का प्रमाण है कि वो गौरी से डरते थे और डर ...
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या