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अफसोस @ सुलगते अल्फ़ाज़

4.5
17

अफ़सोस तो जरूर रहेगा कि मेरी तमाम कोशिशों के बाद भी तुम मेरे ना हो सकी , मेरी तमाम कोशिशें भी तुम्हारे दिल में मेरे लिए जगह न बना  सका, अफ़सोस रहेगा कि मेरा प्यार मेरी केयर मेरा अपनापन तुम्हारी ...

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लेखक के बारे में
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Vimlesh Khichi

एक बच्चा हु मै बहका सा संभल कर मुझसे कुछ नही होता ..... 🐒🐒

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    15 मार्च 2025
    वाह लाजवाब 👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    Jyoti Bala Shrivastava
    15 मार्च 2025
    सुलगते अल्फ़ाज़ तो हैं परंतु अंतर्मन की गहराई लिए हुए है । बहुत ही भावपूर्ण रचना का सृजन किया है ।✍️🌹👌🌹
  • author
    Awadhesh Kumar
    15 मार्च 2025
    बेहतरीन अल्फाज़ सुलगते दिल का लाजवाब प्रस्तुति !👌🌹💐🙏
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    kanhaiya khatri (. K. K .)
    15 मार्च 2025
    वाह लाजवाब 👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    Jyoti Bala Shrivastava
    15 मार्च 2025
    सुलगते अल्फ़ाज़ तो हैं परंतु अंतर्मन की गहराई लिए हुए है । बहुत ही भावपूर्ण रचना का सृजन किया है ।✍️🌹👌🌹
  • author
    Awadhesh Kumar
    15 मार्च 2025
    बेहतरीन अल्फाज़ सुलगते दिल का लाजवाब प्रस्तुति !👌🌹💐🙏