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हिन्दी

अभिलाषा

4.3
20837

कल पड़ोस में बड़ी हलचल मची। एक पानवाला अपनी स्त्री को मार रहा था। वह बेचारी बैठी रो रही थी, पर उस निर्दयी को उस पर लेशमात्र भी दया न आती थी। आखिर स्त्री को भी क्रोध आ गया। उसने खड़े होकर कहा, बस, अब ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Deepak Jaiswal
    02 जून 2020
    प्रेमचंद की रचनाओं को हम रेट करे... ऐसी औकात नहीं है । वो कथा सम्राट है ... और हम तुच्छ लोग , इनकी कथाओं को रेट करना... प्रेमचंद जी का अपमान है ।
  • author
    Chandra Mani Iyer
    26 जून 2019
    किसी भी नारी को विलासितापूर्ण व्यवहार उतना प्रभावित नहीं करता , यदि उसका पति या प्रेमी उसे प्यार व सम्मान देता है तो वह अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी भाग्यवान महिला समझने लगती है और अपना सारा जीवन उसपर न्योछावर करने के लिए तैयार रहती है।
  • author
    Deo narain dubey
    15 मार्च 2020
    हृरयस्पर्शी,सजीव चित्रण अतुलनीय अभिव्यक्ति।
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    Deepak Jaiswal
    02 जून 2020
    प्रेमचंद की रचनाओं को हम रेट करे... ऐसी औकात नहीं है । वो कथा सम्राट है ... और हम तुच्छ लोग , इनकी कथाओं को रेट करना... प्रेमचंद जी का अपमान है ।
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    Chandra Mani Iyer
    26 जून 2019
    किसी भी नारी को विलासितापूर्ण व्यवहार उतना प्रभावित नहीं करता , यदि उसका पति या प्रेमी उसे प्यार व सम्मान देता है तो वह अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी भाग्यवान महिला समझने लगती है और अपना सारा जीवन उसपर न्योछावर करने के लिए तैयार रहती है।
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    Deo narain dubey
    15 मार्च 2020
    हृरयस्पर्शी,सजीव चित्रण अतुलनीय अभिव्यक्ति।