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अभी तो तुम इलाहाबाद चलो कुंभ का पर्व आया है ।

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कभी जो आमने सामने थे वो आज साथ हो गए है , जो कल तक साथ खड़े थे वो अब पराये होगये है । भाषणों में होता था जिक्र उनका कभी अब वो गठबंधन लाये है , न बुआ हुई बबुआ की,क्या योगी मोदी के आने से तिल मिलाये ...

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Rudra Pratap Singh

खुद का तो कुछ पता नही बस हर दिन रहते है तैयार आशियां बदलने को ......Follow me on Instagram rudra.singhofficial थोड़ा गुम सुम रहता ,न किसी से कुछ कहता हूँ, बस अपनी ही बातों में मद मस्त रहता हूँ, कानो में बाजे लगाए बस गानें सुनते रहते हूँ, किसी से न कुछ कहना न किसी का कुछ सुनना बस अपनी ही धुन में कुछ नए ख़्वाब बुनता रहता हूँ, थोड़ा शर्मिला हूँ पर दोस्ती में बहुत लचीला हूँ, मेरे दोस्त बहुत हैं पर कुछ खास नहीं क्योंकि उनको लगेगा है मेरी दोस्ती में कोई बात नहीं, क्योंकी उन्हैं मेरा लिखा हुआ पड़ने की अदालत, उनके हिसाब से में बहुत लिखता अब उन्हें ये कौन बताए में खुद को कहां अच्छा कहता हूँ, न किसी से लड़ना न किसी से झगड़ना बस चुप चाप रहना , हाँ में थोड़ा औरों से अलग हूँ, इसलिए सबके लिए पागल हूँ, क्योंकि में रुद्रा हूँ।

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    14 जनवरी 2019
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