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अब तो आजा मेरे पास प्रिये

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अब तो आजा मेरे पास प्रिये होने वाली है रात प्रिये मशगुल रहा मै औरो में जब गुजरा दिन एहसास हुआ तुम बिन न कोई आस प्रिये अब तो आजा मेरे पास प्रिये होने वाली है रात प्रिये दिन चढ़ा सबेरा चकाचौध मेरा मन ...

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लेखक के बारे में
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पंकज बिहारी

माता का नाम : श्रीमती विधावती देवी पिता का नाम : श्री बिपिन बिहारी श्रीवास्तव जन्म - तिथि : 28.02.1978 जन्म स्थान : ग्राम - कुशहरा , पोस्ट - नन्दपुर अमवारी , जिला - सिवान (बिहार) शिक्षा : स्नातक

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Satyendra Kumar Upadhyay
    16 अक्टूबर 2015
    राष्ट्र भाषा का अनुसरण नहीं करती , नितांत सारहीन व अप्रासांगिक कविता है ।
  • author
    PANKAJ KUMAR SRIVASTAVA
    15 मई 2020
    बेहतरीन ।मेरी रचनाये भी पढे़ व अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करे ।
  • author
    Vikash Shrivastava
    13 अक्टूबर 2015
    Very nice & heart touching poem !
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  • कुल टिप्पणी
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    Satyendra Kumar Upadhyay
    16 अक्टूबर 2015
    राष्ट्र भाषा का अनुसरण नहीं करती , नितांत सारहीन व अप्रासांगिक कविता है ।
  • author
    PANKAJ KUMAR SRIVASTAVA
    15 मई 2020
    बेहतरीन ।मेरी रचनाये भी पढे़ व अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करे ।
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    Vikash Shrivastava
    13 अक्टूबर 2015
    Very nice & heart touching poem !