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आठ आना

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#स्कूलकीयादें

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लेखक के बारे में

प्रतीक प्रभाकर ने साहित्य के क्षेत्र में अपना पदार्पण बालकवि के रूप में किया था। हृदय से साहित्यानुरागीऔर कर्म से एम. बी.बी.एस डॉक्टर नित नई रचनायें लिख रहे हैं। अब तक इनकी सौ से अधिक रचनाओं का प्रकाशन विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और साझा संकलन के अलावा यूट्यूब चैनल्स में हो चुका है। ये कई साहित्यिक एप्स और समूहों में सक्रिय हैं। भविष्य में भी इनकी रचनाओं का स्वागत है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    11 जुलाई 2019
    बहुत खूब।बचपन की यादें। मगर हमे तो उस समय चार आना ही मिलते थे। परन्तु चार दिन की मस्ती।👌👌
  • author
    Nita Shukla Dubey "Nitu"
    11 जुलाई 2019
    आपने तो बचपन याद दिला दिया ...👏👏👏👏बहुत सुन्दर रचना 👌👌👌
  • author
    मीना मल्लवरपु
    11 जुलाई 2019
    इसी तरह तो सीखते हैं ज़िम्मेदारी !
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    11 जुलाई 2019
    बहुत खूब।बचपन की यादें। मगर हमे तो उस समय चार आना ही मिलते थे। परन्तु चार दिन की मस्ती।👌👌
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    Nita Shukla Dubey "Nitu"
    11 जुलाई 2019
    आपने तो बचपन याद दिला दिया ...👏👏👏👏बहुत सुन्दर रचना 👌👌👌
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    मीना मल्लवरपु
    11 जुलाई 2019
    इसी तरह तो सीखते हैं ज़िम्मेदारी !