‘हमारे बीच अब कुछ भी नहीं रहा...।’ – सपाट चेहरे और चुराती नज़रों से उसने संयुक्ता से कहा। अवाक् और आहत संयुक्ता की आँखों में आँसू आए तो लेकिन फिर पता नहीं कहाँ चले गए...। उसने गहरी नज़र से उसे देखा, ...
शोधार्थी होना चाहिए था, कहानियों ने खींच लिया। इत्तफाक से कहानीकार हूँ, विचार हमेशा हावी रहते हैं, कहानी कह पाती हूँ, इस पर हमेशा संदेह रहता है। प्रतिक्रियाएं मिलती है तो विश्वास आता है।
शोधार्थी होना चाहिए था, कहानियों ने खींच लिया। इत्तफाक से कहानीकार हूँ, विचार हमेशा हावी रहते हैं, कहानी कह पाती हूँ, इस पर हमेशा संदेह रहता है। प्रतिक्रियाएं मिलती है तो विश्वास आता है।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या