आँखों में पड़ी इस धूल का, हमें ही हटाना है.... चाहें लाख कमाये धन दौलत हम, पर रोटी ता,े दो ही खाना है.... कितना ही सुन्दर दिखे हम, पर नजर का टीका तो, माँ ने ही लगाना है...... लाखों के गद्दे में सो ...
आँखों में पड़ी इस धूल का, हमें ही हटाना है.... चाहें लाख कमाये धन दौलत हम, पर रोटी ता,े दो ही खाना है.... कितना ही सुन्दर दिखे हम, पर नजर का टीका तो, माँ ने ही लगाना है...... लाखों के गद्दे में सो ...