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आंगन का गुलाब

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जो कल कली बनी आज वो सुर्ख गुलाब ...

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लेखक के बारे में
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Satyavrata Sharma

सेवा निवृत्ति के बाद अपने बचपन से संरक्षित चित्रकारी की रुचि को मूर्त रुप देने का प्रयास करता रहता हूं।लेखन की ओर भी रुझान है। जयपुर में निवास करता हूं।अब आपसे जुड़ने का प्रयास है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    AFROZ KHAN
    12 अप्रैल 2023
    वाह... वाह...। अति उत्तम। मेरी भी रचना पढ़े अच्छी लगे तो फॉलो और कॉमेंट करें।👍👌💯💐⭐
  • author
    12 अप्रैल 2023
    बेहद खूबसूरत रचना लिखा आपने 👌👌👌👏👏👏
  • author
    Mona jain Jain
    12 अप्रैल 2023
    बहुत बहुत बहुत सुन्दर लाजवाब रचना👌👌👌
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    AFROZ KHAN
    12 अप्रैल 2023
    वाह... वाह...। अति उत्तम। मेरी भी रचना पढ़े अच्छी लगे तो फॉलो और कॉमेंट करें।👍👌💯💐⭐
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    12 अप्रैल 2023
    बेहद खूबसूरत रचना लिखा आपने 👌👌👌👏👏👏
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    Mona jain Jain
    12 अप्रैल 2023
    बहुत बहुत बहुत सुन्दर लाजवाब रचना👌👌👌