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आजा रंग रसिया

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रंग रसिया आजा हौले से रंग लगा जा जागू में सारी रतिया तुझ संग मीठी बतिया छेड़े सारी सखियां अब तो भरम मिटा जा रंग रसिया आजा हौले से रंग लगाना----- निधि सहगल ...

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Nidhi Sehgal

अपने सपनो को लिखना

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Madhu Rattan
    17 जनवरी 2021
    निधि दी ,आप ने तो मेरे मन की बातौ को अपनी रचना में कह दिया ।सुंदर और मन के बिल्कुल पास आपकी रचना👌👌👌👌
  • author
    Sangeeta Agarwal
    17 जनवरी 2021
    बुलाने की बेताबी और हौले से लगाने का आग्रह, सुन्दर विरोधाभास😋👍🌷
  • author
    Hemalata Godbole
    17 जनवरी 2021
    वाह,मस्त है मै आउं क्या रंग लगाने, ?शुभकामनाएं
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    Madhu Rattan
    17 जनवरी 2021
    निधि दी ,आप ने तो मेरे मन की बातौ को अपनी रचना में कह दिया ।सुंदर और मन के बिल्कुल पास आपकी रचना👌👌👌👌
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    Sangeeta Agarwal
    17 जनवरी 2021
    बुलाने की बेताबी और हौले से लगाने का आग्रह, सुन्दर विरोधाभास😋👍🌷
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    Hemalata Godbole
    17 जनवरी 2021
    वाह,मस्त है मै आउं क्या रंग लगाने, ?शुभकामनाएं