pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

आधा किलो चावल

4.4
18591

गरीबी और स्वाभिमान के बीच उलझी एक माँ की कहानी।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

वात्सल्य से पूर्ण इस लेखन जगत में नवजात हूँ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    22 अगस्त 2018
    बड़ी चुभती हुई सी कहानी है। एक ऐसी सच्चाई जिससे आँखें फेर सकते हैं पर झुठला नहीं सकते।
  • author
    Deepak SINGLA
    23 अगस्त 2018
    पढ़ी लिखी औरत की मानसिकता को दर्शाती एक भावनाओं भरी कहानी 💐💐💐 दिल भर आया
  • author
    Kuldeep Hooda "तन्हा"
    21 अगस्त 2018
    बडी मार्मिक कहानी है..एक कटु सत्य
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    22 अगस्त 2018
    बड़ी चुभती हुई सी कहानी है। एक ऐसी सच्चाई जिससे आँखें फेर सकते हैं पर झुठला नहीं सकते।
  • author
    Deepak SINGLA
    23 अगस्त 2018
    पढ़ी लिखी औरत की मानसिकता को दर्शाती एक भावनाओं भरी कहानी 💐💐💐 दिल भर आया
  • author
    Kuldeep Hooda "तन्हा"
    21 अगस्त 2018
    बडी मार्मिक कहानी है..एक कटु सत्य