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अ डेट विद हसबैंड

4.5
106195

आज नींद से एक घंटा कम कर के निर्जरा थोड़ा जल्दी ही उठ गयी। आँखों को मलते हुए फोन उठाया समय देखा अभी तो तीन बजे हैं लेकिन अब नींद नहीं है। कुछ देर बाद टहलने के लिए निकल जाती है । रोज एक घंटा टहलती ...

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लेखक के बारे में
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विनय तिवारी

नाम:- विनय तिवारी भारतीय रेलवे में कार्यरत उपनाम:- विकांक्ष अभिरुचि:- कविताएँ और कहानियाँ लिखना। कहानियाँ:- ●A date with husband, ●Prem ki veena, ●Tere Pyar ka rang, ●Ishq bah gaya ●Ritika, ●Letter box, ●Mai aur meri chai, ●darpan 😔😔मुझ में मेरा कुछ भी नहीं...😔😔 EMAIL- [email protected] faceboook- www.fb.com/vinay747

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    पाण्डेय अनिक
    25 जनवरी 2018
    अच्छी भावनात्मक कथा। परन्तु एक बहुत बड़ी कमी दिखी - हिन्दूओं की कब्र नहीं होती। कृपया ध्यान दें।
  • author
    Tripti Maurya
    23 जनवरी 2018
    vinay ji thanks apki is story k liye...bhut rona chahte the par rote nhi pata nhi Kyu...jab kabristan par ful rakhne ki baat aai to itne dino se dabe hue ansu bahar aae...thanks a lot...I love my husband so called jaan..
  • author
    rahul
    26 जनवरी 2018
    is story ne rula diya mam, kya kamal ka thought hatts offf
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    पाण्डेय अनिक
    25 जनवरी 2018
    अच्छी भावनात्मक कथा। परन्तु एक बहुत बड़ी कमी दिखी - हिन्दूओं की कब्र नहीं होती। कृपया ध्यान दें।
  • author
    Tripti Maurya
    23 जनवरी 2018
    vinay ji thanks apki is story k liye...bhut rona chahte the par rote nhi pata nhi Kyu...jab kabristan par ful rakhne ki baat aai to itne dino se dabe hue ansu bahar aae...thanks a lot...I love my husband so called jaan..
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    rahul
    26 जनवरी 2018
    is story ne rula diya mam, kya kamal ka thought hatts offf