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एक कप चाय !!

4.6
27334

साँची को चाय पीने का बहुत शौक था , एक कप चाय के बिना उसकी सुबह नहीं होती थी शादी के 2 साल बाद ही उसका तलाख हो गया .. तलाख होने के बाद सबसे दूर वो बैंगलोर में रहने लगी ओर वही पर नौकरी करने लगी .. ...

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लेखक के बारे में

मैं कोई Writer नही बल्कि एक चोर हूं , जो लोगो का समय चुराती है !! प्रतिलिपी पाठक × साक़ी के सारथी ✓

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rohit Singh Gehlot
    03 November 2018
    करुणा भरी कहानी थी, according to me love is overall to the respect of each other... कहानी में पात्रो का सजीव चित्रण है, केवल प्रेम ही वह ताकत है,जो सभी लोगों को एक-दूसरे से जोडने का काम करती है । आप बहुत अच्छा लिखते हैं ।
  • author
    Vijay Verma
    19 December 2018
    एक सपने ही तो होते हैं जिन्हें हम दिन में देखकर खुश हो जाते हैं वरना तो पूरी जिंदगी बोझ ढोते फिरते हैं। by the way you are great MAM 👍👍👍
  • author
    Dipti Biswas
    28 May 2018
    निःशब्द समीक्षा के लिए शब्द ही नहीं है। खूबसूरत इत्तेफाक की कहानी।
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    Rohit Singh Gehlot
    03 November 2018
    करुणा भरी कहानी थी, according to me love is overall to the respect of each other... कहानी में पात्रो का सजीव चित्रण है, केवल प्रेम ही वह ताकत है,जो सभी लोगों को एक-दूसरे से जोडने का काम करती है । आप बहुत अच्छा लिखते हैं ।
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    Vijay Verma
    19 December 2018
    एक सपने ही तो होते हैं जिन्हें हम दिन में देखकर खुश हो जाते हैं वरना तो पूरी जिंदगी बोझ ढोते फिरते हैं। by the way you are great MAM 👍👍👍
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    Dipti Biswas
    28 May 2018
    निःशब्द समीक्षा के लिए शब्द ही नहीं है। खूबसूरत इत्तेफाक की कहानी।