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9 साल एक मुलाकात

4.4
383

संजीव  मिनी से बहुत प्यार करता था , इन  9 सालों  मैं उसकी जिंदगी बहुत लड़कियां आयी , जिन्होंने उसे बहुत प्यार भी किया लेकिन , शायद संजीव  को मिनी के आगे कोई पसंद ही नहीं आती थी  , सालों बाद संजीव ...

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लेखक के बारे में
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Rudra Pratap Singh

खुद का तो कुछ पता नही बस हर दिन रहते है तैयार आशियां बदलने को ......Follow me on Instagram rudra.singhofficial थोड़ा गुम सुम रहता ,न किसी से कुछ कहता हूँ, बस अपनी ही बातों में मद मस्त रहता हूँ, कानो में बाजे लगाए बस गानें सुनते रहते हूँ, किसी से न कुछ कहना न किसी का कुछ सुनना बस अपनी ही धुन में कुछ नए ख़्वाब बुनता रहता हूँ, थोड़ा शर्मिला हूँ पर दोस्ती में बहुत लचीला हूँ, मेरे दोस्त बहुत हैं पर कुछ खास नहीं क्योंकि उनको लगेगा है मेरी दोस्ती में कोई बात नहीं, क्योंकी उन्हैं मेरा लिखा हुआ पड़ने की अदालत, उनके हिसाब से में बहुत लिखता अब उन्हें ये कौन बताए में खुद को कहां अच्छा कहता हूँ, न किसी से लड़ना न किसी से झगड़ना बस चुप चाप रहना , हाँ में थोड़ा औरों से अलग हूँ, इसलिए सबके लिए पागल हूँ, क्योंकि में रुद्रा हूँ।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anurag Gupta
    13 जनवरी 2019
    Good
  • author
    सरिता सन्धु
    15 जनवरी 2019
    सीधे सादे शब्दों में लिखी एक उम्दा कहानी
  • author
    Samiksha Pandey
    25 मार्च 2019
    nice
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    Anurag Gupta
    13 जनवरी 2019
    Good
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    सरिता सन्धु
    15 जनवरी 2019
    सीधे सादे शब्दों में लिखी एक उम्दा कहानी
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    Samiksha Pandey
    25 मार्च 2019
    nice