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5 रुपए

4.1
5967

कई बार पता ही नहीं चल पाता कि ये किसी से आखिरी मुलाकात होगी इसलिए जो भी जिससे भी कहना है अभी ही कह डालिए ।

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लेखक के बारे में
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Abhishek Sharma
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vikrant Prajapati
    29 दिसम्बर 2019
    Yaar muje laga Raha h ki aap ki story Puri nhi h
  • author
    22 मार्च 2021
    प्यारी सी मुस्कान भरी लेख,वाकई अच्छी थी !!🤝🌿
  • author
    Ķařàñ Kumar
    14 अप्रैल 2020
    जी हाँ.. ये पाच रुपये भूल पाना याद-दास जाने के बराबर है!
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    Vikrant Prajapati
    29 दिसम्बर 2019
    Yaar muje laga Raha h ki aap ki story Puri nhi h
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    22 मार्च 2021
    प्यारी सी मुस्कान भरी लेख,वाकई अच्छी थी !!🤝🌿
  • author
    Ķařàñ Kumar
    14 अप्रैल 2020
    जी हाँ.. ये पाच रुपये भूल पाना याद-दास जाने के बराबर है!