pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हाँ वो किसान है।।

5
51
गरीबीकिसान

हाँ वो किसान है, कभी आसमान को तकता, कभी ज़मी को निरखता। मौसम की बेरुखी से वह परेशान है। हां वह किसान है गुड़िया हुई बीस की, बेटा रोज बात करता है स्कूल की फीस की। कई कर्ज़ों का एक कर्जदार , आस में की ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
adarsh panne

आदर्श की कोशिश कलम से अक्षरों को ढांचे में डालकर संस्कृति के लिए विशेष ढाल बनाने की

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    14 अगस्त 2021
    बहुत सुन्दर रचना 💐🙏🙏 हमारी रचनायें भी देखिये आशा है कि पसंद आयेगी और अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराइये
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    14 अगस्त 2021
    बहुत सुन्दर रचना 💐🙏🙏 हमारी रचनायें भी देखिये आशा है कि पसंद आयेगी और अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराइये