स्त्री कैद रहना चाहती हैं किसी के आखोँ मे किसी के सपने मे किसी के रचनाओँ मे..... किसी के दिल मे... किसी के घर मे... कैद मे भी वो खुश रहती हैं.. क्योंकि वह कैद रहना ही चाहती हैं....सदियों से सदियों ...
स्त्री कैद रहना चाहती हैं किसी के आखोँ मे किसी के सपने मे किसी के रचनाओँ मे..... किसी के दिल मे... किसी के घर मे... कैद मे भी वो खुश रहती हैं.. क्योंकि वह कैद रहना ही चाहती हैं....सदियों से सदियों ...