संस्मरण गुजरा हुआ बचपन और माँ... कभी लौट कर नहीं आते। माँ के जाने के बाद बचपन ही नही कही रिश्तें भी वीरान हो गए जिन्हें माँ ने अपने स्नेह से संजोया था। अब न जिंदगी में वो बात रही न ननिहाल, न घर न ...
संस्मरण गुजरा हुआ बचपन और माँ... कभी लौट कर नहीं आते। माँ के जाने के बाद बचपन ही नही कही रिश्तें भी वीरान हो गए जिन्हें माँ ने अपने स्नेह से संजोया था। अब न जिंदगी में वो बात रही न ननिहाल, न घर न ...