अभय सगाई वाले शाम को अपने छत पर अकेले सोया। उसे पता था कि उसके आंखों की नमी को देखकर उसके घर वाले भी व्यथित हो जाएंगे। उसने दुबारा रात में अनामिका से ठंडे दिमाग से बात करने की सोची। वो जानता था ...

प्रतिलिपिअभय सगाई वाले शाम को अपने छत पर अकेले सोया। उसे पता था कि उसके आंखों की नमी को देखकर उसके घर वाले भी व्यथित हो जाएंगे। उसने दुबारा रात में अनामिका से ठंडे दिमाग से बात करने की सोची। वो जानता था ...