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शरारत

4.5
7281

फिर भी ना जाने क्यों उसे दूसरों को परेशान करने में कितना मजा आता था। पढ़ाई में अच्छा होते हुए भी तपस की कम्प्लेन मानो रोज की ही बात हो गई थी। बात हद से ज्यादा बढ़ जाने पर उसके माता-पिता को प्रिंसिपल ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ravindra Singh
    01 ಸೆಪ್ಟೆಂಬರ್ 2021
    जिस क्षण अपनी ग़लती का अहसास हो जाता है वही क्षण जीवन परिवर्तन का क्षण बन जाता है और वह क्षण अपरिवर्तनीय होता है। मानसिक परिवर्तन को दर्शाती एक प्यारी सी कहानी।
  • author
    Enigma "[email protected]"
    27 ಜೂನ್ 2019
    शब्द नही हैं मेरे पास ... Hats off to you dear. अपने बच्चों को इसे जरूर पढ़ाऊंगा ताकि कुछ सीख सकें।
  • author
    यशवी आर्या
    25 ಜನವರಿ 2022
    कुछ कहानियां कितनी सीधी सी होती हैं, फिर भी बहुत बड़ी सीख दे जाती है👏👏🙏💜
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    Ravindra Singh
    01 ಸೆಪ್ಟೆಂಬರ್ 2021
    जिस क्षण अपनी ग़लती का अहसास हो जाता है वही क्षण जीवन परिवर्तन का क्षण बन जाता है और वह क्षण अपरिवर्तनीय होता है। मानसिक परिवर्तन को दर्शाती एक प्यारी सी कहानी।
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    Enigma "[email protected]"
    27 ಜೂನ್ 2019
    शब्द नही हैं मेरे पास ... Hats off to you dear. अपने बच्चों को इसे जरूर पढ़ाऊंगा ताकि कुछ सीख सकें।
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    यशवी आर्या
    25 ಜನವರಿ 2022
    कुछ कहानियां कितनी सीधी सी होती हैं, फिर भी बहुत बड़ी सीख दे जाती है👏👏🙏💜