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वैम्पायर

4.6
148

सौरभ ने ऐश्वर्या को उसके होस्टल में छोङ कर वापस अपने होस्टल  की तरफ चल दिया। ठंढ के मौसम में ...

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लेखक के बारे में
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अलका

रात लम्बी है तो है, बर्फबारी है तो है; मौसमों के दरमियां एक जंग जारी है तो है, मूर्ति सोने की निरर्थक वस्तु है उसके लिए काँच की गुङिया अगर बच्चे को प्यारी है तो है। ............................साभार

समीक्षा
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    पवनेश मिश्रा
    14 मई 2020
    बेहतरीन कथानक हेतु बहुत बहुत बधाई अलका जी 🙏🌹🙏,
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    पवनेश मिश्रा
    14 मई 2020
    बेहतरीन कथानक हेतु बहुत बहुत बधाई अलका जी 🙏🌹🙏,