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वृद्धाश्रम

4.7
1804

छियासी वर्ष की उम्र में गिरधारी लाल एकदम चुप रहने लगे। पहले सबसे बोलते और खुशी गमी के सभी मौकों पर आगे रह कर सबका मार्गदर्शन करते थे। पिछले वर्ष जीवन संगनी के स्वर्ग सिधारने के पश्चात चुप हो गए। ...

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लेखक के बारे में

फुरसत के पल कलम के साथ बिताता हूँ। प्रतिलिपि ने 2016 में मुझे लोकप्रिय लेखक का एक छोटा सा सम्मान दिया। अप्रैल 2022 में कहानी 'पागल' को पुरस्कृत किया। प्रतिलिपि सुपर लेखक अवार्ड्स 4 में "यही जीवन है" पुरस्कृत है। पेपरबैक और किंडल पर उपलब्ध मेरी पुस्तकों का लिंक है https://amzn.to/3mN1L4M

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    गंगा राम
    21 अक्टूबर 2024
    ("बहुत बेहतरीन और शानदार रचना, अगर आपको समय मिले तो मेरी रचनाओं को भी अवश्य पढ़े.")
  • author
    tareshwari mishra
    02 मार्च 2022
    बहुत बेहतरीन कहानी आज के समय में इस तरह को कहानियां बहुत प्रेरक हैं
  • author
    Shweta Kumar
    07 जुलाई 2024
    bherterin awesome amazing story koi umar Padav per apno akla chod deta h
  • author
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    गंगा राम
    21 अक्टूबर 2024
    ("बहुत बेहतरीन और शानदार रचना, अगर आपको समय मिले तो मेरी रचनाओं को भी अवश्य पढ़े.")
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    tareshwari mishra
    02 मार्च 2022
    बहुत बेहतरीन कहानी आज के समय में इस तरह को कहानियां बहुत प्रेरक हैं
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    Shweta Kumar
    07 जुलाई 2024
    bherterin awesome amazing story koi umar Padav per apno akla chod deta h