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रचना 26 Dec 2022 लघु संगिनी" रीमा ठाकुर

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लघुसंगिनी" कहानी " रीमा ठाकुर " मम्मी जी "" मम्मी जी""" अवन्तिका  के कानो में मधुर स्वर सुनायी दिया "" अवन्तिका ने आंखे खोलने की कोशिश की "" पर ताप की अधिकता के कारण आंखे न खोल सकी " अवन्तिका ...

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लेखक के बारे में
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Reema Thakur

मै रीमा ठाकुरअपने नाम की पहचान के लिऐ प्रतिलिपि के इस सागर मे एक सीप की बूदें का मोती बन सकूँ बस इसी चाह में कदम रखा था! पर प्रतिलिपि के विशाल समुन्द्र मे खो गईं "और आगें बढती गई बहुत कुछ मिला अच्छे पाठक अच्छे मित्र अच्छे प्रशंसक सबका स्रनेह मिला धन्यवाद🙏

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Adv. Anila Tiwari
    31 जनवरी 2023
    बहुत बढ़िया, खूबसूरत रचना।
  • author
    Rakesh Chaurasia
    25 दिसम्बर 2022
    बहुत सुंदर रचना लिखी है आपने
  • author
    Namita Gupta
    25 दिसम्बर 2022
    बहुत खूब लिखा........??
  • author
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  • author
    Adv. Anila Tiwari
    31 जनवरी 2023
    बहुत बढ़िया, खूबसूरत रचना।
  • author
    Rakesh Chaurasia
    25 दिसम्बर 2022
    बहुत सुंदर रचना लिखी है आपने
  • author
    Namita Gupta
    25 दिसम्बर 2022
    बहुत खूब लिखा........??