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यादों का टिफिन #स्कूलकीयादें

4.6
1169

ये उन दिनों की बात है जब मैंने अपने स्कूल में नया-नया दाखिला लिया था. कुछ ही दिनों के अंदर मेरी तीन पक्की सहेलियां बन गईं थीं. मैं और मेरी सहेलियां पढ़ाई में तेज होने के साथ-साथ शरारतें करने में ...

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लेखक के बारे में
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ईशा अग्रवाल

"लिखना... लेखक की ताकत है और कमजोरी भी, वो अपने हर जज़्बात को शब्द जो दे देता है।" नमस्ते... मैं ईशा अग्रवाल। मैं कहानियां और कविताएं लिखने और पढ़ने का शौक रखती हूं। अपने विचारों और कल्पनाओं को शब्दों में ढालने का प्रयास करती हूं। आशा करती हूं कि आपको पसंद आएगा। कुछ कहानियां और कविताएं पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हुई हैं। धन्यवाद 🙏🙂 मेरे साथ Instagram पर जुड़िए @iridescent_ishaagarwal © All rights reserved

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    रीडर लव्स_टू_रीड
    08 सप्टेंबर 2019
    भई बहुत बढ़िया लिखा है आपने. मुझे अपने स्कूल के दिनों की याद आ गई 😆
  • author
    Nandkishor Sankhala
    08 सप्टेंबर 2019
    बहुत अच्छा 👌👍
  • author
    Kumkum Agarwal
    07 सप्टेंबर 2019
    बहुत अच्छे। 👌🙂
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    रीडर लव्स_टू_रीड
    08 सप्टेंबर 2019
    भई बहुत बढ़िया लिखा है आपने. मुझे अपने स्कूल के दिनों की याद आ गई 😆
  • author
    Nandkishor Sankhala
    08 सप्टेंबर 2019
    बहुत अच्छा 👌👍
  • author
    Kumkum Agarwal
    07 सप्टेंबर 2019
    बहुत अच्छे। 👌🙂