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मेरा बचपन किले की छांह में बीता। वह किला जो मेवाड़ की शान रहा और लगभग अविजित रहा। इस किले से इतिहास तो जुड़ा ही था। बहुत सी किंवदंतियां और वीरगाथाएं, बलिदान गाथाएं जुड़ी। रत्न सेन - पद्मिनी - खिलजी, ...