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मेरी सच्ची दीवाली

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अच्छी लूट मचा रखी है तुम लोगों ने । मौके का फायदा उठा रहे हो तुम्हें पता है कि आज तो लोग कितने भी महंगे दीए हो खरीदेंगे जरूर । शाम हो रही है और वह भी दीवाली की शाम । ऐसे में जाएंगे भी तो कहां ...

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लेखक के बारे में
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Kajal Pawar

मुझे लेखिका बनाने का श्रेय पूर्ण रूप से प्रतिलिपि को जाता है । अगर आप कुछ अलग हटके पढ़ना चाहते हैं तो कृपया मेरी साधारण सी कहानियां अवश्य पढ़ें । मेरी धारावाहिक कहानियां --- 1.एक लड़की भीगी भागी सी ---(समाप्त) 2. डेढ़ चम्मच खुशियां -------- (समाप्त) 3. हाफ दुल्हनिया --------------(समाप्त) 4. मेरी तीन स्टूपिड सहेलियां----( समाप्त) 5. दिल्ली पर पड़ी खरोच -------(समाप्त) 6. बिना प्रेम की प्रेम कहानी ----(समाप्त) 7.मेरी पिया की महबूबा सीजन 3-( समाप्त) 8.उसकी कुरती का वो बटन सीजन2 -(समाप्त) 9. ढाई सौ ग्राम शादी -------------(समाप्त) 10. प्रतिबिंब----------------------( समाप्त) 11. सात फेरों की साढ़ेसाती------( समाप्त) 12.एक टुकड़ा इश्क--------------(समाप्त) 13.कभी यूं भी होता है ----------(समाप्त) जा़री धारावाहिक------- 1. वो तेरी चांद बालियां

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    navneeta chourasia
    27 நவம்பர் 2022
    काजल जी आपकी इस कहानी ने मुझे बहुत भावुक कर दिया। सचमुच ऐसी सार्थक दिवाली उन सभी लोगों को मनानी चाहिए, जो थोड़े से साधन संपन्न हैं।👍👍 निश्चित ही आप उत्कृष्ट लेखिका हैं। अनंत साधुवाद 🙏😊🌷
  • author
    Anju Miglani
    10 நவம்பர் 2022
    mam esa bhut km hota h ye log bhut bevkoof bnate h last time se me ganesh ji ki murti mitti ki bni hui maang rhi thi mgr taki jal me visarjit kr saku but har baar popki jyada rate ki pakda kr mitti ki bol kr de dete h aur mujhe tb pta chlta h jb me ise pani me visarjit krnelgtihukiye mitti ki h hi nhi ab se ek sankalp liya ki murti lungi hi nhi
  • author
    Shruti Khanna
    10 நவம்பர் 2022
    kash sab log issa soche bt aaj k tym mein logon ko srf apne se hi mtlb hai..agar hum thodi bhi help kisi ki kr de hmara kuch nhi jayega lakin jo khushi unko milegi uska koi hisaab hi nhi hoga tyohar sab k liye hote hai lakin jiske pass paise hi na ho 2 tym ki roti k liye vo kya mnayega tyohar...awesome mem very heart touching 😊💐
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    navneeta chourasia
    27 நவம்பர் 2022
    काजल जी आपकी इस कहानी ने मुझे बहुत भावुक कर दिया। सचमुच ऐसी सार्थक दिवाली उन सभी लोगों को मनानी चाहिए, जो थोड़े से साधन संपन्न हैं।👍👍 निश्चित ही आप उत्कृष्ट लेखिका हैं। अनंत साधुवाद 🙏😊🌷
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    Anju Miglani
    10 நவம்பர் 2022
    mam esa bhut km hota h ye log bhut bevkoof bnate h last time se me ganesh ji ki murti mitti ki bni hui maang rhi thi mgr taki jal me visarjit kr saku but har baar popki jyada rate ki pakda kr mitti ki bol kr de dete h aur mujhe tb pta chlta h jb me ise pani me visarjit krnelgtihukiye mitti ki h hi nhi ab se ek sankalp liya ki murti lungi hi nhi
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    Shruti Khanna
    10 நவம்பர் 2022
    kash sab log issa soche bt aaj k tym mein logon ko srf apne se hi mtlb hai..agar hum thodi bhi help kisi ki kr de hmara kuch nhi jayega lakin jo khushi unko milegi uska koi hisaab hi nhi hoga tyohar sab k liye hote hai lakin jiske pass paise hi na ho 2 tym ki roti k liye vo kya mnayega tyohar...awesome mem very heart touching 😊💐