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मेरी मोहब्बत

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देख कर अक्सर मुझे वो धीरे से मुस्का जाती है, गले लग कर मुझसे, मुझमे ही वो मिल जाती है। कुछ कहती नही है लबो से आंखों आंखों में ही बतियाती है, रख कर सीने पर सिर मेरे , मेरे साथ ही खो जाती है। कभी ...

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लेखक के बारे में
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Ankur Srivastava

बस यूँही बेवक्त बेवजह कुछ भी लिखने की आदत सी है मुझे अपने जज्बातों को कागज़ पर उतारने की आदत सी है मुझे। शुद्ध कविता, कहानी और लेख नही लिख पाता हूँ , बस भावनाओ की गहराई में लिखने की कोशिश रहती है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    13 अगस्त 2019
    this one is too too too good. love for lill lady & best wishes for my friend...
  • author
    08 जनवरी 2019
    वाहः अंकुर जी गजब
  • author
    Nagesh singh rathor
    06 जनवरी 2019
    आप द्वारा लिखी गई पंक्तिया बहुत ही अच्छी है इससे पता चलता है के कितना समय बदल गया है पहले जिसका ििनतजार होता था अब वो खत्म हो गया है पहले जो मजा था अब वो कहा है । पहले ििनतजार होता था डाकिये का अब वो फेसबुक और व्हाट्स आप पर सिमट कर राह गया है इसलिए आज कोई चिट्ठियां नही लिख पाता है पहले ओर आज में बहुत अंतर हो गया है।
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    13 अगस्त 2019
    this one is too too too good. love for lill lady & best wishes for my friend...
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    08 जनवरी 2019
    वाहः अंकुर जी गजब
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    Nagesh singh rathor
    06 जनवरी 2019
    आप द्वारा लिखी गई पंक्तिया बहुत ही अच्छी है इससे पता चलता है के कितना समय बदल गया है पहले जिसका ििनतजार होता था अब वो खत्म हो गया है पहले जो मजा था अब वो कहा है । पहले ििनतजार होता था डाकिये का अब वो फेसबुक और व्हाट्स आप पर सिमट कर राह गया है इसलिए आज कोई चिट्ठियां नही लिख पाता है पहले ओर आज में बहुत अंतर हो गया है।