देख कर अक्सर मुझे वो धीरे से मुस्का जाती है, गले लग कर मुझसे, मुझमे ही वो मिल जाती है। कुछ कहती नही है लबो से आंखों आंखों में ही बतियाती है, रख कर सीने पर सिर मेरे , मेरे साथ ही खो जाती है। कभी ...
देख कर अक्सर मुझे वो धीरे से मुस्का जाती है, गले लग कर मुझसे, मुझमे ही वो मिल जाती है। कुछ कहती नही है लबो से आंखों आंखों में ही बतियाती है, रख कर सीने पर सिर मेरे , मेरे साथ ही खो जाती है। कभी ...