में मेरी कहानी में तुजे मतलब की तरह सजाऊंगा ज़्यादा तो नहीं, बस मोत आने पर तुजे ज़िंदगी से पहले बुलाऊंगा तेरा इंतज़ार करते करते मर जाऊंगा इससे ज़्यादा तो में क्या कर जाऊंगा तेरे घर की दीवारों के कानों ...
पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हूँ। तकरीबन चार साल से में हिंदी, गुजराती एवं अंग्रेज़ी भाषाओ में कविता/ग़ज़ल/नज़्म लिख रहा हूँ। आशा है की मेरे लफ़्ज़ आपके दिल को छूने के काबिल बने रहेंगे।
सारांश
पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हूँ। तकरीबन चार साल से में हिंदी, गुजराती एवं अंग्रेज़ी भाषाओ में कविता/ग़ज़ल/नज़्म लिख रहा हूँ। आशा है की मेरे लफ़्ज़ आपके दिल को छूने के काबिल बने रहेंगे।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या