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मुस्कानें झूठी है 😄😄

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मुस्कानें झूठी है 😄😄😄 जो गर निकले सच और खुद को साबित करने तो हजारों ख़फा हो लिए चलो रहने भी दें जरा मुस्कानें झूठी ही ठीक है ...

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लेखक के बारे में
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Vishnu Gehlot
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Gitanjali🍁
    07 अप्रैल 2020
    👌👌👌
  • author
    नंदिनी सिंह
    06 अप्रैल 2020
    जो बिछड़े हैं अभी, वह कल फिर मिलेंगे रूठने वाले मान भी जाएंगे पर अगर यह वक्त निकल गया तो लौटेगा ना फिर कभी जाने वाले तो फिर भी लौट आएंगे
  • author
    08 अप्रैल 2020
    हम्म,कुछ दिखावा तो किया तुमने भी। हालांकि इसमें भी दूसरों का भला छिया है।
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    Gitanjali🍁
    07 अप्रैल 2020
    👌👌👌
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    नंदिनी सिंह
    06 अप्रैल 2020
    जो बिछड़े हैं अभी, वह कल फिर मिलेंगे रूठने वाले मान भी जाएंगे पर अगर यह वक्त निकल गया तो लौटेगा ना फिर कभी जाने वाले तो फिर भी लौट आएंगे
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    08 अप्रैल 2020
    हम्म,कुछ दिखावा तो किया तुमने भी। हालांकि इसमें भी दूसरों का भला छिया है।