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माँ

4.5
887

जननी

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लेखक के बारे में
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Anu Shukla

aggyani

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rohit Kumar
    23 सितम्बर 2018
    माँ पूज्य हैं। बेहतरीन रचना। पर यदि अल्पविराम तथा पूर्णविराम का ध्यान दिया गया होता तो और अच्छा लगता।
  • author
    28 नवम्बर 2018
    माँ शब्द को लिखना भी हमारे बस की बात नहीं है...💐💐💐
  • author
    19 नवम्बर 2018
    saras. rahasya ane romanch vali mari vartao vancho
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    Rohit Kumar
    23 सितम्बर 2018
    माँ पूज्य हैं। बेहतरीन रचना। पर यदि अल्पविराम तथा पूर्णविराम का ध्यान दिया गया होता तो और अच्छा लगता।
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    28 नवम्बर 2018
    माँ शब्द को लिखना भी हमारे बस की बात नहीं है...💐💐💐
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    19 नवम्बर 2018
    saras. rahasya ane romanch vali mari vartao vancho