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हिन्दी

मल्लू आंटी

4.5
23308

बॉस ने जबरन मेरा ट्रांसफर कोचीन में कर दिया था, वहीं मैने पहली बार ये " मल्लू " शब्द सुना था ...

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बदलता जायका
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Sandip Kumar "संजू"
4.6

उस दिन के बाद हर दिन मैं सुबह दूधवाले से दूध लेते समय पार्वती को देखा करता था क्यूंकि वो हर सुबह अपने घर का आँगन धो कर उस पर रंगोली बनाया करती थी। उन्हें रंगोली बनाते देख मुझे एक बहुत ही सुखद अहसास का अनुभव होता था, वैसे वो उम्र में मुझसे ५-६ साल बड़ी होंगी लेकिन जब वो मुस्कुराती तो किसी मासूम बच्चे की तरह लगती थी। उसपे भी गजब तब हो जाता था जब वो मुझे देखती....और अपनी टूटी फूटी हिंदी में मुझसे बात करने की कोशिश करती लेकिन हम दोनों के बिच एक कम्युनिकेशन गैप था जिसकी वजह से ना तो वो मुझे अपनी बात ...

लेखक के बारे में
author
Sandip Kumar

कहानी वही जो दिल से निकले..... मै एक एयरलाइंस में engineering department में काम करता हूं और मेरे प्रोफेशन में समय नहीं मिलता लिखने का लेकिन अक्सर मैं अपने थोड़े से खाली समय में अपनी कहानियां लिखता हूं। बचपन से मैने कई किताबे पढ़ी थी और उस समय में मै ये सोचता था की एक दिन मैं भी कोई किताब लिखूंगा... Follow me on instagram: Sandipyadav547

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dharmendra Bhatt
    22 ऑक्टोबर 2022
    रसप्रद शुरुआत.
  • author
    Rohit Gandhi
    07 जानेवारी 2023
    barish ki baat ek dum sahi khi vo tabhi sahi lgti h jb aap apni lady partner ke saath romance ker rhe ho 😁 or bilkul nhi
  • author
    Yogesh Kumar Maurya
    23 ऑक्टोबर 2021
    औरत देखते ही बारिश अच्छी लगने लगी 👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼😊
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dharmendra Bhatt
    22 ऑक्टोबर 2022
    रसप्रद शुरुआत.
  • author
    Rohit Gandhi
    07 जानेवारी 2023
    barish ki baat ek dum sahi khi vo tabhi sahi lgti h jb aap apni lady partner ke saath romance ker rhe ho 😁 or bilkul nhi
  • author
    Yogesh Kumar Maurya
    23 ऑक्टोबर 2021
    औरत देखते ही बारिश अच्छी लगने लगी 👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼😊