तुमको चिंता मत करो हम समय से आ जाएंगे ऐसा कह कर चल दिए। अब जो बचा था अढ़ैया ने भी खा लिया। अब 15 दिन बाद फिर से एकादशी आ गई फिर से मुसीबत आ गई चूल्हा चौका बंद। फिर से उसने भंडारी से आटा दाल सब्जी ...
अढ़ैया के सरल और सहज व्यवहार से उसके गुरु को भी प्रभु के दर्शन हुए और भक्ति के कारण माता जानकी और अन्य भैय्या, हनुमान जी ने रसोई सम्भाली👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐💐💐💐
सादर प्रणाम 👏👏👏👏
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