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बेटी

4.5
2984

ससुराल चली गयी बेटी की याद

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लेखक के बारे में
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Kiran Singh

एम.ए .एल एल बी. फैमली कोर्ट निशुल्क महिला सलाहकार

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    प्रमोद
    23 डिसेंबर 2018
    ati sunder
  • author
    26 डिसेंबर 2018
    betiyan aisi hi hoti h ,jab tk rhti h tb ghar ko chahakati h ,jab ud jati h to udas kar jati h.....ek beti nam se char panktiyan likhne ki kosis mene bhi ki thi ,samay mile to apka ashirwad chahunga
  • author
    22 एप्रिल 2019
    वो माँ बहुत ही किस्मत वाली होती हैं जिनके घर में बेटी जन्म लेकर एक साथ दो परिवार को प्रकाशित करती हैं। हृदय स्पर्शी, और भाव विभोर करने वाली सुन्दर और सजीव रचना 👌
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    प्रमोद
    23 डिसेंबर 2018
    ati sunder
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    26 डिसेंबर 2018
    betiyan aisi hi hoti h ,jab tk rhti h tb ghar ko chahakati h ,jab ud jati h to udas kar jati h.....ek beti nam se char panktiyan likhne ki kosis mene bhi ki thi ,samay mile to apka ashirwad chahunga
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    22 एप्रिल 2019
    वो माँ बहुत ही किस्मत वाली होती हैं जिनके घर में बेटी जन्म लेकर एक साथ दो परिवार को प्रकाशित करती हैं। हृदय स्पर्शी, और भाव विभोर करने वाली सुन्दर और सजीव रचना 👌