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बुड्ढीमाँजी # ओवुमनिया

4.8
550

बुड्ढीमाँजी # ओवुमनिया कथाकार- श्रीमती इन्दुशर्मा शक्को आज बहुत उत्साह के साथ हुलस्ती हुई , सुजाता से बातें करती हुई , मेरे घर के आगे से जा रही थी। उसके हाव भाव से ऐसा प्रतित हो रहा था जैसे आज ...

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लेखक के बारे में
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indu sharma

विभिन्न अकादमीयों से राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त कहानी ,नाटक , अनुवाद - लेखन I आकाशवाणी से अनेक कहानियाँ प्रसारित। विभिन्न पत्रिकाओं में श्रेष्ठ कहानियाँ ,नाटक, बालकथा, सामाजिक लेख प्रकाशित I योग्यता -हिन्दी संस्कृत भाषा में लेखन ,शिक्षाचार्या, जुनियर व सीनियर फैलोशिप प्राप्त तकनीकी ज्ञान , अध्ययन-अध्यापन एवं स्वाध्याय में रूचि , राष्ट्रीय- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर विभिन्न शोध पत्र-वाचन एवं प्रकाशन व प्रकाशक I यह सभी कहानिया प्रकाशित है सुरक्षित है

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    दीपक जांगिड़
    24 मार्च 2019
    duk sa hota h ye sb duniya me dek kr... par sakko ki image best h.. acha likha apne Indu ji
  • author
    इंदु कपूर
    07 अगस्त 2019
    जीवन की सच्चाई है ये ।,👌👌
  • author
    Anchal Sharma
    22 मार्च 2019
    bohat achi rachna hai
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  • author
    दीपक जांगिड़
    24 मार्च 2019
    duk sa hota h ye sb duniya me dek kr... par sakko ki image best h.. acha likha apne Indu ji
  • author
    इंदु कपूर
    07 अगस्त 2019
    जीवन की सच्चाई है ये ।,👌👌
  • author
    Anchal Sharma
    22 मार्च 2019
    bohat achi rachna hai