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बातूनी कछुआ

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बे मतलब की कभी भूल कर                मुंह से बात निकालो मत             वा तूनी कछुए सा यूं ही             अपनी जान गंवाओंं मत! बहुत दिन पहले की बात है। एक तालाब में एक कछुआ रहता था। ...

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लेखक के बारे में
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Sanker Saini

मैं कोई लेखक नहीं बल्कि एक चोर है जो आपका समय चुराती हूं

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashu Saini
    12 जून 2021
    best 👍👍👍👍👍👍👍👍👍
  • author
    आलोक बाजपेई
    19 सितम्बर 2021
    👌👌👌👌👌
  • author
    SEHJADA GAMING
    18 जुलाई 2021
    nice
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    Ashu Saini
    12 जून 2021
    best 👍👍👍👍👍👍👍👍👍
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    आलोक बाजपेई
    19 सितम्बर 2021
    👌👌👌👌👌
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    SEHJADA GAMING
    18 जुलाई 2021
    nice