सम्हलने की जगह बहके बहकने की जगह सम्भले। जमाना ये बदलते हैं मगर खुद को न ये बदले। छलांगे इनकी ऊंची हैं कि छूलें चांद तारों को, बड़े नादां मुसाफिर हैं कि गिर कर ...
सम्हलने की जगह बहके बहकने की जगह सम्भले। जमाना ये बदलते हैं मगर खुद को न ये बदले। छलांगे इनकी ऊंची हैं कि छूलें चांद तारों को, बड़े नादां मुसाफिर हैं कि गिर कर ...