pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बदनाम लड़की

4.4
54054

पीपल के पेड़ के नीचे जून महीने की शाम में भी ठंडी हवा बह रही थी।गंगातट, जहां से गंगा काफी दूर थी, फिर भी वहां का नजारा और वातावरण काफी मनोरम था।गोलाकार सीढ़ियों पर बैठे कुछ दोस्तों के संवाद तेज चल ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
विनायक शर्मा

मुझे ज्यादा जानने के लिए मेरा यूट्यूब चैनल "Sunday wali poem" सब्सक्राइब करें।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Usha Shah
    18 నవంబరు 2018
    राजेश जैसी सोच अगर हमारे समाज में हर इंसान की हो जाए, तो कोई नीतू पैदा ही नहीं होगी। और हां ये समाज बहुत दोगला है, स्थान, लिंग, पैसा और रूतबा देखकर व्यवहार करता है। जो कि अत्यंत निंदनीय है।
  • author
    23 అక్టోబరు 2018
    राजेश ने बहुत अच्छा कार्य किया है....लेकिन नीतू ने बिना सोचे समझे अपनी मर्यादा तोड़ी है....जरूरी नही हर किसी के जीवन में राजेश जैसा फरिश्ता आये...
  • author
    11 నవంబరు 2018
    ना काबिल ए बर्दाश्त है, एक लड़की जो कभी भी अपनी मर्यादा का उलंघन कर देती है वो भी वीडियो बनवा कर, उसे अब इज्जत की क्या चिंता होने लगी? क्या भरोसा कि वो आगे पति की तरफ वफादार रहेगी? वही इस कहानी के विलेन को कोई दंड नही मिला? ऐसी नकारात्मक सोच जो कि संस्कारहीनता से परिपूर्ण है, निंदनीय है। निश्चित ही यह कहानी पढ़ने योग्य नही है और बहुत गंदी है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Usha Shah
    18 నవంబరు 2018
    राजेश जैसी सोच अगर हमारे समाज में हर इंसान की हो जाए, तो कोई नीतू पैदा ही नहीं होगी। और हां ये समाज बहुत दोगला है, स्थान, लिंग, पैसा और रूतबा देखकर व्यवहार करता है। जो कि अत्यंत निंदनीय है।
  • author
    23 అక్టోబరు 2018
    राजेश ने बहुत अच्छा कार्य किया है....लेकिन नीतू ने बिना सोचे समझे अपनी मर्यादा तोड़ी है....जरूरी नही हर किसी के जीवन में राजेश जैसा फरिश्ता आये...
  • author
    11 నవంబరు 2018
    ना काबिल ए बर्दाश्त है, एक लड़की जो कभी भी अपनी मर्यादा का उलंघन कर देती है वो भी वीडियो बनवा कर, उसे अब इज्जत की क्या चिंता होने लगी? क्या भरोसा कि वो आगे पति की तरफ वफादार रहेगी? वही इस कहानी के विलेन को कोई दंड नही मिला? ऐसी नकारात्मक सोच जो कि संस्कारहीनता से परिपूर्ण है, निंदनीय है। निश्चित ही यह कहानी पढ़ने योग्य नही है और बहुत गंदी है