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बचपन की बारिश और कागज की नाव

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" और ये बन गयी तुम्हारी नाव " " चलो न पापा अब इसे पानी पर चलाते है " " बेटा पहले बारिश बन्द तो जो जाये वरना नाव डूब जायेगी " सार्थक ने अपने 5 साल के बेटे अंश के हाथों मे कागज का नाव रखते हुए कहा। ...

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खामोशियों की एक अपनी आवाज भी होती है Insta 🆔pushpendra_patel95

समीक्षा
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  • author
    RoNN
    17 जुलाई 2020
    1 number bhai proud on you
  • author
    N. S
    22 नवम्बर 2020
    so much nice 👍
  • author
    🌹Vicky🌹
    11 अप्रैल 2022
    🙏🙏🙏
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    RoNN
    17 जुलाई 2020
    1 number bhai proud on you
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    N. S
    22 नवम्बर 2020
    so much nice 👍
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    🌹Vicky🌹
    11 अप्रैल 2022
    🙏🙏🙏