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पहली मुलाकात

4.2
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जीवन के रंग अजीब होते हैं, हर रंग से सराबोर, कभी दुख तो कभी सुख। अंजलि की जिंदगी भी ऐसी ही थी। खुशी का एक रंग मिला और वो ही रंग उसकी बर्बादी की वजह बन गया। एक ही रंग मिला था उसे जिंदगी से और वो ...

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लेखक के बारे में
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लता शर्मा

तुम आए जिंदगी में, जिंदगी फूलों सी हो गई, हर पल महकी महकी सी रहूं, मैं जैसे कोई इत्र हो गई.. मिले हो तुम जबसे दिल कहे, हां, सखी तुझे भी मुहब्बत हो गई..😘 ©सखी

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    30 अगस्त 2018
    वाह्ह्ह् सच कहती हो कभी कभी लगता है पुरुष हमेशा इस्तेमाल ही करता है जब किसी और से चोट खाये रहता या उसे किसी सहारे से बढ़ना होता है ।ऐसे बहुत से लोग है जीवन में जिनको मैं भी महसूस की हूँ ,कि वो अपने किसी को नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल किया फिर छोड़ दिया ।मेरे दिल को छू गई ये कहानी
  • author
    monica lal
    26 जून 2021
    अति महत्वाकांक्षी लोग दूसरों को सीढी की तरह इस्तेमाल करते हैं और मौका पाते ही अपना रास्ता बदल लेते हैं..मासूम व्यक्ति धोखा खा कर भी संभल नहीं पाते...वास्तविकता के अनुरूप कहानी
  • author
    Avni Dixit
    02 जनवरी 2019
    बहुत अच्छी कहानी काश अंजली पहले समझ लेती नितिन का असली चेहरा
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    30 अगस्त 2018
    वाह्ह्ह् सच कहती हो कभी कभी लगता है पुरुष हमेशा इस्तेमाल ही करता है जब किसी और से चोट खाये रहता या उसे किसी सहारे से बढ़ना होता है ।ऐसे बहुत से लोग है जीवन में जिनको मैं भी महसूस की हूँ ,कि वो अपने किसी को नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल किया फिर छोड़ दिया ।मेरे दिल को छू गई ये कहानी
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    monica lal
    26 जून 2021
    अति महत्वाकांक्षी लोग दूसरों को सीढी की तरह इस्तेमाल करते हैं और मौका पाते ही अपना रास्ता बदल लेते हैं..मासूम व्यक्ति धोखा खा कर भी संभल नहीं पाते...वास्तविकता के अनुरूप कहानी
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    Avni Dixit
    02 जनवरी 2019
    बहुत अच्छी कहानी काश अंजली पहले समझ लेती नितिन का असली चेहरा