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पटना वाला प्यार भाग - 2

4.5
11252

पटना में तीन तरह के लौंडे पाये जाते है । पहले वो जो ज़िन्दगी भर सिंगल रहते है , लेकिन लड़की पटाने के लिए पूरी कोशिश में लगे रहते है । ये जाति असली ज़िन्दगी में तो लड़की के सामने मिमियाते रहते है , ...

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लेखक के बारे में
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अभिलाष दत्ता

संपर्क - 9472596357 कहानी संग्रह - पटना वाला प्यार (flydreams publication) उपन्यास - 1. अवतार - महारक्षकों का आगमन (flywings, unit of flydreams publication) 2. दुर्गापुर जंक्शन (blue emerald publication) SWA MEMBER

समीक्षा
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  • author
    18 ஜூன் 2017
    हँसी हँसी में सार्थक संदेश देती हुई .. कहानी आपने तिवारी जी के माध्यम से जो अपनी कहानी में दर्शाया है .. वो शानदार है.. ये एक अकाट्य बात है कि जब तक आपको सच्चा प्रेम नहीं हो जाता, आप उसकी अहमियत नहीं समझ सकते.. आज की पीढ़ी ने प्यार को खेल बना दिया है जिसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है और हमे ये बात समझनी होगी और इस तथ्य को आपने बखूबी पेश किया है ..
  • author
    Archana Das
    17 ஜூன் 2017
    der aye durust aye tiwari ji
  • author
    Bipul Kumar
    17 ஜூன் 2017
    बड़ा जबर्दस्त लिखे हो बे एकदम शानदार up वाले शब्दो का बखूबी प्रयोग किये हो मजा आया पढ़ के आगे भी लिखते रहो ऐसे ही हमको इंतेजार रहता है
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    18 ஜூன் 2017
    हँसी हँसी में सार्थक संदेश देती हुई .. कहानी आपने तिवारी जी के माध्यम से जो अपनी कहानी में दर्शाया है .. वो शानदार है.. ये एक अकाट्य बात है कि जब तक आपको सच्चा प्रेम नहीं हो जाता, आप उसकी अहमियत नहीं समझ सकते.. आज की पीढ़ी ने प्यार को खेल बना दिया है जिसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है और हमे ये बात समझनी होगी और इस तथ्य को आपने बखूबी पेश किया है ..
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    Archana Das
    17 ஜூன் 2017
    der aye durust aye tiwari ji
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    Bipul Kumar
    17 ஜூன் 2017
    बड़ा जबर्दस्त लिखे हो बे एकदम शानदार up वाले शब्दो का बखूबी प्रयोग किये हो मजा आया पढ़ के आगे भी लिखते रहो ऐसे ही हमको इंतेजार रहता है