दिल की दीवारों पर सहमी, शबनम सी क्या चीज़ है सालगिरह पर आंखों में, नम मौसम सी क्या चीज़ है नसीम-ओ-सुबहा मुझे बता, क्या साक़ी का दस्तूर है मयखाने में होश जगाती, पैहम सी क्या चीज है सजदे कर ...
दिल की दीवारों पर सहमी, शबनम सी क्या चीज़ है सालगिरह पर आंखों में, नम मौसम सी क्या चीज़ है नसीम-ओ-सुबहा मुझे बता, क्या साक़ी का दस्तूर है मयखाने में होश जगाती, पैहम सी क्या चीज है सजदे कर ...