pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नंगी औरतें बूढ़ा संविधान

4.6
140523

कोर्ट-कचहरी आना - जाना इतना नहीं होता था । ज़मीन का कुछ पेंच ऐसे अड़ गया था कि, ताऊ मकान बनवा रहे थे और आधा काम भी हो गया था । टाइल्स मार्बल सब फिट-फोर हो गया था, बस देर थी कि किचन और वाशरूम की ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
SURYA RAWAT

- POET - WRITER - LYRICIST सभी रचनाएँ MUMBAI SCREENWRITERS ASSOCIATION ( SWA ) द्वारा पंजीकृत हैं । मेरा लेखक कार्ड क्रमांक ( MEM NO. 43941) है । रचनाओं के प्रति छेड़छाड़ के विरूद्ध ... अधिकार 1926 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी । ______________________________________________ मुझे सभी परचित य अपरिचित " प्रिय पाठकों " की गालियाँ और तालियाँ दोनों स्वीकार हैं । 🙏 कभी मुझे गाली देने का मन करे तो खुलकर दीजिएगा । 😊😊 मुझे बुरा नहीं लगेगा । किंतु यदि कहानी पढ़ने के बाद , अच्छी शिक्षा लेने की बजाय यदि आप ग़लत शिक्षा प्राप्त करने के बाद, ग़लत मार्ग चुनते हैं तो इसकी ज़िम्मेदारी स्वयं पढ़ने वाले की होगी । ______________________________________________ ●Instagram☞ surya_rawat29 ☆Facebook☜ Surya Rawat https://www.facebook.com/profile.php?id=100004918680334 ●Twitter ☞ @Surya_rawat4 Please Don't take screen shots 😊🙏🙏🙏 please------ please _______________________________________________ ●मूल निवास :- टिहरी गढ़वाल ( उत्तरांचल ) शिक्षा ग्रैजुएशन /पोस्ट ग्रैजुएशन अंग्रेज़ी इतिहास हिन्दी भूगोल देहरादून मुंबई फ़िल्म उद्योग ● उम्र - 30 जन्मदिन - 31 जनवरी _______________________________________________ मैं न किसी धर्म का समर्थक हूँ , न किसी धर्म का विरोधी । सर्वे भवंतु सुखिनः विश्व का कल्याण हो । मेरे लिए मानवता धर्म सबसे बड़ा है । जय हिंद अस्लामवाल्यकुम सतश्रीयकाल नमस्कार धर्म के नाम पर फैलती कुरीति पर लिखता हूँ.... चाहे वह कुरीति कहीं भी .... किसी भी धर्म की हो । ________________________________________________ १•मैं क्रूर और उग्र आलोचना से भरा दिखता हूँ, किंतु हृदय कोमल है । आप मुझे पढ़ने के पश्चात कभी भी निराश नहीं होंगे , इसकी मैं प्रत्याभूति देता हूँ । 🙏 ______________________________________________ २• मैं समाज की किसी भी बुराई को नहीं बढ़ाना चाहता, मेरा उद्देश्य मात्र लिखना है । आप मेरे लेखन की आलोचना कर सकते हैं , किंतु यह भी देखें कि , मैंने लिखा तभी है जब कुछ घटित हुआ है । ३•सभी कविताओं/कहानियों एवं लेख\उपन्यास के अधिकार मेरे पास सुरक्षित हैं । मेरे बिना अनुमति के फिल्म में संवाद जोड़ना य नकल कर के काट-छाँट - कर निज उपयोग करना , आपको मुसीबत की गोद में बिठा सकता है । छोटी सी नकल आपको शर्मिंदगी का शिकार बना देगी । मैं बहुत लोगों को नकल करने के जुर्म में नकलचियों को घसीट चुका हूँ । किसी में लेशमात्र भी शर्म होगी , तो वो दूसरे की रचना नहीं चुरायेगा/चुरायेगी । _____________________________________________ ४• मेरे हृदय में प्रेम ही प्रेम है , कौन है जो उसका लाभ उठाना चाहता है , आइए सहर्ष स्वीकार है । ५• मैं निज जीवन में किसी का हृदय दुःखाने के उद्देश्य से अपशब्दों का प्रयोग नहीं करता , किंतु लेखन के समय मेरी मृत्यु हो जाती है । तब मैं वो नहीं रहता जिसे आप देखते हैं.... मैं खुलेआम लिखता हूँ , क्योंकि वह चरित्र पात्र के लिए आवश्यक होता है .. जो कल्पनाओं के माध्यम से कहानी में उमड़ पड़ता है । _____________________________________________ UDANN ☆JIJImaa ☆CRIME PATROL ☆SAVDHAN INDIA ☆ NAAMKRAN ☆CGM ☆ RADHA KRISHNA ☆ LUV KUSH ☆KRISHNA☆KESRI☆GC BC ☆PORAS ☆NAVRANGI RE.....Etc. 《[》 २० धारावाहिक एवं तीन फिल्में की हैं । १७० कविताएँ एवं १०० कहानियों का संग्रह है । और उपन्यास । 《]》 ●Note :- ☞....यदि आप सोचते हैं... Surya Rawat बहुत अच्छा लेखक है.. तो आप सही सोचते हैं । यदि आप सोचते हैं...Surya Rawat बहुत घटिया किस्म का लेखक है... तब भी आप सही सोचते होंगे । First read me .... then follow..... और बगैर पढ़े प्रशंसा / आलोचना न करें.... मुझे पढ़ने के लिए न पढ़ें प्रत्युक्त समझने के लिए पढ़ें । 🙏 जय हिंद .... जय भारत 🇮🇳 जय उत्तरांचल 🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ANUPMA TIWARI
    06 मार्च 2019
    शब्द जो मेरे मन मे है,उन्हें ना मैं लिख पाउंगी, माफ कर दीजिए रावत जी, इससे आगे ना कह पाऊंगी।
  • author
    11 मार्च 2019
    लिखे गए हर शब्द दिल को झकझोरते गए....सच्चाई को प्रस्तुत करता उम्दा लेखन। अनगिनत लोगों की पीड़ा आपके बयान कर दी...
  • author
    Sufiya Khan
    27 मार्च 2019
    आपका हर शब्द तेजाब की तरह है इस समाज के चेहरे पर ।अच्छा लिखते हो।सबसे बड़ी बात यह है कि हर विषय पर एक कटाक्ष होता है ।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ANUPMA TIWARI
    06 मार्च 2019
    शब्द जो मेरे मन मे है,उन्हें ना मैं लिख पाउंगी, माफ कर दीजिए रावत जी, इससे आगे ना कह पाऊंगी।
  • author
    11 मार्च 2019
    लिखे गए हर शब्द दिल को झकझोरते गए....सच्चाई को प्रस्तुत करता उम्दा लेखन। अनगिनत लोगों की पीड़ा आपके बयान कर दी...
  • author
    Sufiya Khan
    27 मार्च 2019
    आपका हर शब्द तेजाब की तरह है इस समाज के चेहरे पर ।अच्छा लिखते हो।सबसे बड़ी बात यह है कि हर विषय पर एक कटाक्ष होता है ।