मेरी कहानियों से प्यार न हो जाये तो कहना😍
आओ कुछ अलग पढ़ते हैं, हर एक कहानी में एक अलग संदेश।
आपकी ही बात होगी,मेरे एहसासों की बरसात होगी। मन से निकले हुए भाव ! समाज,वातावरण,वर्तमान में घटित सच्ची कहानियां लिखता हुँ । कुछ कहानियों को पढ़ के आपको दुबारा प्यार हो जाएगा,।
बचपन से कविताएं, ग़ज़ल, भजन, कहानियाँ, उपन्यास, लिखने का शौक,
मुंशी प्रेमचंद जी की रचनाओं का गहरा प्रभाव।
प्रतिलिपी एक मात्र मंच जिसपे उमंग के साथ लिखने का प्रयास किया और प्रयास सफल रहा।
भटकता मुसाफ़िर मंजिल की तलाश में।
कुछ अलग लिखने का प्रयास में
दिखावे से दो कदम हमेशा दूर।
पाठकों को जो चाहिए उससे कहीं ज्यादा देने की कोशिस।
कविता पाठ करना, गीत गाना ये भी रुचि में शामिल है। मेरी कहानियों में वर्तमान परिवेश वाला भटकाव नही मिलेगा। युवाओं में बढ़ रहे पक्ष्चिमी सभ्यता से बहुत दूर आपको भारतीय सभ्यता का परिचय मिलेगा।
दिल से नमन शुक्रिया.. !
शैलेश सिंह शैल
जन्म कर्म स्थान - गोरखपुर उत्तरप्रदेश
रिपोर्ट की समस्या
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