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दहेज़ का भूत 2

4.7
3950

यह एक शांत इलाका था। हालांकि ऐसी शांति महानगरों में दुर्लभ संयोग है पर इस वक़्त गली में गहरा सन्नाटा पसरा हुआ था। गली से आठ-दस क़दम आगे पहुंचते ही था उसका घर। वो अलमारी से कपड़े निकाल बेड पर खुले रखे ...

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दहेज़ का भूत 3
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रिया पाण्डेय
4.7

मुग्धा भागकर गुसलखाने की तरफ़ आई और बदहवासी में भागती किरण से टकरा गई। ठीक उसी वक़्त बिजली भी चली गई। "क्..क्या हुआ? तू चीखी क्यों?" मुग्धा ने उसके सफ़ेद पड़े चेहरे को देखकर बरबस ही पूछा। किरण का ...

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रिया पाण्डेय

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समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rose....💜
    16 জুলাই 2021
    पार्ट काफी अच्छा था। और सबसे भरा भी.. की अब मुग्धा का क्या फैसला होगा जब उसे अपने परिवार वाले शादी की बात करेंगे क्योंकि वो तो खुद ही इस बारे में बताने आया थी,, और जब घरवालों को और उसके पिता को अमन के बारे अमन के बारे में मालूम होगा तो वो कैसा बरताव करेंगे चौधरी साहब क्या करेंगे और कौनसी मुसीबत ने अमन के घर दस्तक दी... और क्या था वो धुआं का मतलब क्या है कोई आत्मा कोई श्राप कोई साया या कुछ और ?? अभी सब बोहोत उलझा हुआ है... और लास्ट में किरण की.. चीख क्यों ऐसा क्या हुआ जो को ऐसे चीखी.... खेर,, बोहोत सवाल हैं.. अभी इंतजार रहेगा अगले पार्ट का... शुक्रिया..💜
  • author
    साक्षी परिहार
    04 অক্টোবর 2021
    मुग्धा काफी इंट्रेस्टिंग कैरेक्टर लग रहा है कहानी का, खैर आगे देखते है। वैसे चौधरी साहब का अचानक से मुग्धा का रिश्ता तय करना कुछ जचा नही।शायद वो नही चाहते की दहेज का भूत और किसी को मारे!! देखते है किशन इस बारे में क्या बात करते है मुग्धा से,,!वैसे वो स्याह आकृति मुग्धा के चारो तरफ ही क्या घुमी?? मुझे तो पहले यह जानना है की किरण की चीख क्यू निकली।इसलिए अब मैं अगले स्टेशन की तरफ बढ़ रही हूँ मतलब अगले पार्ट की तरफ,,,काफी मजा आ रहा है इस कहानी में! बहुत ही रोचक औ रहस्यमययी लग रही है।।
  • author
    17 জুলাই 2021
    बहुत अच्छा लिखा है आपने। उम्मीद है आगे की कहानी भी इतनी ही दिलचस्प होगी।
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    Rose....💜
    16 জুলাই 2021
    पार्ट काफी अच्छा था। और सबसे भरा भी.. की अब मुग्धा का क्या फैसला होगा जब उसे अपने परिवार वाले शादी की बात करेंगे क्योंकि वो तो खुद ही इस बारे में बताने आया थी,, और जब घरवालों को और उसके पिता को अमन के बारे अमन के बारे में मालूम होगा तो वो कैसा बरताव करेंगे चौधरी साहब क्या करेंगे और कौनसी मुसीबत ने अमन के घर दस्तक दी... और क्या था वो धुआं का मतलब क्या है कोई आत्मा कोई श्राप कोई साया या कुछ और ?? अभी सब बोहोत उलझा हुआ है... और लास्ट में किरण की.. चीख क्यों ऐसा क्या हुआ जो को ऐसे चीखी.... खेर,, बोहोत सवाल हैं.. अभी इंतजार रहेगा अगले पार्ट का... शुक्रिया..💜
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    साक्षी परिहार
    04 অক্টোবর 2021
    मुग्धा काफी इंट्रेस्टिंग कैरेक्टर लग रहा है कहानी का, खैर आगे देखते है। वैसे चौधरी साहब का अचानक से मुग्धा का रिश्ता तय करना कुछ जचा नही।शायद वो नही चाहते की दहेज का भूत और किसी को मारे!! देखते है किशन इस बारे में क्या बात करते है मुग्धा से,,!वैसे वो स्याह आकृति मुग्धा के चारो तरफ ही क्या घुमी?? मुझे तो पहले यह जानना है की किरण की चीख क्यू निकली।इसलिए अब मैं अगले स्टेशन की तरफ बढ़ रही हूँ मतलब अगले पार्ट की तरफ,,,काफी मजा आ रहा है इस कहानी में! बहुत ही रोचक औ रहस्यमययी लग रही है।।
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    17 জুলাই 2021
    बहुत अच्छा लिखा है आपने। उम्मीद है आगे की कहानी भी इतनी ही दिलचस्प होगी।