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त्रिभंग

4.2
246

बरसों बाद मिले 3 लोगों की प्यार की दास्तां.....एक अचानक मोड ........

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लेखक के बारे में
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Hema Ingle

दिल में जो है , वही लिखे, ताकी ये " जिंदगानी सुकून से बहती रहे ... Hello , जिंदगी, जिंदगी क्या हैं रंग भी हैं रंज भी... जियो तो जंग भी है उमंग भी... इसी जिंदगी से मिले कुछ पल, कुछ ख्वाहिशें, कुछ सपने, कुछ कडवाहट इनका अचार बनाके लिखती हुॅ .......संगीत के कारण साहित्य से नाता रहा ....बस उतना ही लिख पाती हुॅ ,ज्यादा नही.... पर भाव मन के उकेरती हुॅ। जिंदगी से कल भी प्यार था , आज भी हैं, कल भी रहेगा...जिंदगी जैसी भी हैं मेरी हमेशा सहेली रही है , मै इसी के साथ मुस्काती हुॅ .......रोना अब बहुत पिछे छोड दिया..... (गायिका,लेखिका,शिक्षीका,चित्रकार,नाट्यकलाकार) (सभी रचनाए काॅपी राईट अधिकार के तहत.. सर्वाधिकार सुरक्षित....) हेमा इंगळे "Musirica नागपूर [email protected]

समीक्षा
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    06 नवम्बर 2018
    कुछ कहानियाँ इस तरह से सहज और सरल होती है की बड़ी करीबी और अपनी सी लगती है !! बेहतर कहानी !! अभिव्यक्ति ऐसी की दृश्य सामने से निकलते हुए प्रतीत हुये !! साधुवाद !!
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    06 नवम्बर 2018
    कुछ कहानियाँ इस तरह से सहज और सरल होती है की बड़ी करीबी और अपनी सी लगती है !! बेहतर कहानी !! अभिव्यक्ति ऐसी की दृश्य सामने से निकलते हुए प्रतीत हुये !! साधुवाद !!