ग़ज़ल तेरी नजरों से क्या जादू- मन्तर हुआ । एक कतरा गिरा औ समन्दर हुआ ।। खूबसूरत ग़जल हो गयी जिंदगी ; तुम मिले तो मुकद्दर भी शायर हुआ । अश्क बनके लहू आ गया आँख से ; जाने क्या ...
ग़ज़ल तेरी नजरों से क्या जादू- मन्तर हुआ । एक कतरा गिरा औ समन्दर हुआ ।। खूबसूरत ग़जल हो गयी जिंदगी ; तुम मिले तो मुकद्दर भी शायर हुआ । अश्क बनके लहू आ गया आँख से ; जाने क्या ...