ती एक रात्र, भाग-5 प्रदीप गावंडे शनिवार रविवार सुट्टी असल्याने मी नागपूरला येणार होतोच. सर माझ्या सोबतच नागपूरला आले व तिथून परस्पर रेल्वे स्टेशनला निघून गेले. ...
ले चल ओ माझी
नाव किनारे लगा दे
किनारे पे अब तक
कौन राह तक रहा है॥
बेवफा तो समुंदर भी है।
वह भी किनारा कर लेता है।
साथ चलती हुई लहरोंको
किनारे पे लाकर छोड़ देता है॥
प्रदीप गावंडे⚘️💕
सारांश
ले चल ओ माझी
नाव किनारे लगा दे
किनारे पे अब तक
कौन राह तक रहा है॥
बेवफा तो समुंदर भी है।
वह भी किनारा कर लेता है।
साथ चलती हुई लहरोंको
किनारे पे लाकर छोड़ देता है॥
प्रदीप गावंडे⚘️💕
रिपोर्ट की समस्या
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