pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तलाकशुदा

4.3
23797

‘ऐ जी !’’ ‘‘हूँ।’’ ‘‘आपसे एक जरूरी बात करनी है। डरती हूँ कहीं आप बुरा न मान जाएं।’’ ‘‘ऐसी कौन सी बात है।’’ ‘‘आप मुझे तलाक दे दीजिए।’’ ‘‘क्या बक रही हो ! तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया है।’’ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

पढ़ना मेरी आदत में शामिल है, जबकि लिखना महज शौक है। शिक्षा :- एम.ए. (हिन्दी साहित्य, राजनीति विज्ञान, शिक्षाशास्त्र), बी.एड., एम.लिब.आई.एस-सी., (सभी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण) पीएच.डी., C.G. T.E.T., U.G.C. N.E.T. प्रसारण/प्रकाशन :- 1. आकाशवाणी केन्द्र, रायगढ़ (छ.ग.) में युववाणी तथा किसानवाणी कम्पीयर के रूप में चार सौ से अधिक नियमित कार्यक्रम, धारावाहिक, दर्जनों भेंटवार्ता तथा जीवंत फोन-इन-कार्यक्रम का संचालन/प्रसारण। 2. मासिक कल्याण, गीता प्रेस गोरखपुर; मासिक साहित्य अमृत, नईदिल्ली; मासिक शुभ तारिका, अबाला छावनी हरियाणा; मासिक गुड़िया, नई दिल्ली; त्रैमासिक अविराम साहित्यिकी, मासिक शब्दकार, मासिक चकमक, भोपाल; मासिक नूतन कहानियाँ, प्रयागराज; मासिक समझ झरोखा, भोपाल; अर्धवार्षिक लघुकथा कलश, त्रैमासिक साहित्य कलश, त्रैमासिक दृष्टि, त्रैमासिक चिकिर्षा, खजूरी बाजार, इंदौर; मासिक प्राची, नई दिल्ली; मासिक प्रेरणा अंशु, मासिक ककसाड़, नई दिल्ली; मासिक वीणा, इंदौर; मासिक सरस्वती सुमन, मासिक दि अंडरलाइन, कानपुर; मासिक हिमप्रस्थ, शिमला; मासिक अट्टहास, मासिक अरण्यवाणी, मासिक सुवासित, मासिक शब्द्कार, मासिक अदम्य, मासिक जय विजय, मासिक सुरभि सलोनी, त्रैमासिक अनुगुंजन, मासिक शाश्वत सृजन, त्रैमासिक समहुत, मासिक स्वर्णवाणी, मासिक रचना उत्सव, प्रयागराज; मासिक सत्य की मशाल, भोपाल; मासिक शब्द गुंजन, त्रैमासिक सर्वभाषा, नईदिल्ली; मासिक काव्य प्रहर, वाराणसी; मासिक लघुकथा वृत्त, भोपाल; नये पल्लव, पटना; घरौंदा पटना; मासिक साहित्य नामा, मुंबई; मासिक समागम भोपाल; त्रैमासिक पंचशील शोध समीक्षा, जयपुर; पाक्षिक नवभारत कॉमिक्स, मासिक बरोह, मासिक संगिनी, मासिक आलोक पर्व, नईदिल्ली; मासिक हिमाचल साहित्य दर्पण, मासिक साहित्य त्रिवेणी, मासिक अक्षरशिल्पी, मासिक दुलारा नन्हा आकाश, रायपुर; मासिक बाल मितान, दुर्ग; मासिक समर सलिल, बाल किलकारी, पटना; सृजन महोत्सव, शब्दप्रवाह, मासिक समय सुरभि अनंत, बेगूसराय, बिहार; मासिक मरू नवकिरण, मासिक नवकिरण, लक्ष्यभेद, साहित्य कुँज कनाडा, पाक्षिक दूसरा मत नईदिल्ली, साप्ताहिक हम हिन्दुस्तानी न्यूयार्क, साप्ताहिक हिंदी एब्रॉड कनाडा, साहित्य समीर दस्तक भोपाल, आनंदरेखा कलकत्ता, पंजाबी संस्कृति अमृतसर, सप्तरंग, पाक्षिक नये पल्लव मंथन, साप्ताहिक बयार रायगढ़, साप्ताहिक सत्यचक्र गाजियाबाद, साप्ताहिक ओपनडोर, बिजनौर, उत्तरप्रदेश; साप्ताहिक प्रिय पाठक महू, साप्ताहिक भारत श्रेया टाइम्स सोनभद्र, साप्ताहिक स्वैच्छिक दुनिया, दैनिक हरियाणा प्रदीप गुरुग्राम, दैनिक भास्कर, रायपुर; दैनिक आप अभी तक गाजियाबाद; हरिभूमि, रायपुर; अमृत संदेश रायपुर; देशबंधु, रायपुर; आज की जनधारा, रायपुर; दैनिक चैनल इंडिया, रायपुर, दैनिक अंकुर वर्तमान साहित्य, गौतमबुद्ध नगर; दैनिक इंदौर समाचार, इंदौर; मयूर संवाद, नईदिल्ली, दैनिक जनकर्म, रायगढ़; दैनिक रायगढ़ संदेश, नेशनल एक्सप्रेस, अटल स्तंभ, लोक सदन, दैनिक नवसमाचार हरियाणा, दैनिक विजय दर्पण टाइम्स मेरठ, दैनिक केलोप्रवाह रायगढ़, दैनिक अजीतवाणी रायगढ़, अजीत समाचार, साप्ताहिक नव समाजवादी संदेश रायगढ़, दैनिक लेटेस्ट रायगढ़, दैनिक नवीन कदम रायगढ़, दैनिक क्रांतिकारी संकेत रायगढ़, दैनिक घटती घटना अंबिकापुर, दैनिक राष्ट्रीय नवाचार देवास, दैनिक दक्षिण समाचार प्रतीक्षा हैदराबाद, दैनिक अजीत समाचार, दैनिक छपते-छपते आदि पत्र-पत्रिकाओं में पाँच सौ से अधिक बालकविता, बालकहानी, व्यंग्य, संस्मरण, लघुकथा, हायकु, लेख तथा चुटकुले प्रकाशित। 3. बत्तीस शोधपत्र राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं/पुस्तकों में प्रकाशित। तीस से अधिक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला, सेमीनार में सक्रीय सहभागिता. प्रकाशित पुस्तकें :- 1.) सर्वोदय छत्तीसगढ़ (दो संस्करण, मुद्रित प्रति 10,000 एवं 35,000) 2.) हमारे महापुरुष (मुद्रित प्रति 5,85,000) 3.) प्रो. जयनारायण पाण्डेय (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 4.) गजानन माधव मुक्तिबोध (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 5.) वीर हनुमान सिंह (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 6.) शहीद पंकज विक्रम (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 7.) शहीद अरविंद दीक्षित (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 8.) पं. लोचन प्रसाद पाण्डेय (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 9.) दाऊ महासिंग चंद्राकर (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 10.) गोपालराय मल्ल (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 11.) महाराज रामानुज प्रताप सिंहदेव (जीवनी चित्रकथा, मुद्रित प्रति 60,000) 12.) समकालीन हिन्दी काव्य परिदृश्य और प्रमोद वर्मा की कविताएं 13.) छत्तीसगढ रत्न 14.) छत्तीसगढ़ के अनमोल रत्न 15.) चिल्हर (लघुकथा संग्रह) 16.) संस्कारों की पाठशाला (बालकहानी संग्रह) 17.) संस्कारों के बीज (लघुकथा संग्रह) 18. अपने-अपने संस्कार (लघुकथा संग्रह) संपादन :- 1. छ.ग. शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की मासिक न्यूज लेटर ‘नौनिहाल’ का संपादक मंडल सदस्य। 2.) मासिक पत्रिका 'बालबोध' का सह-संपादक। 3.) त्रैमासिक शोध पत्रिका 'ग्लोबल रिसर्च कैनवास' का संपादक मण्डल सदस्य। 4.) नये पल्लव पुस्तक श्रृंखला का संपादक मंडल सदस्य। 5.) बाल साहित्य पर आधारित पुस्तक 'घरौंदा-1, घरौंदा-2 एवं घरौंदा - 3' का सम्पादक महिलाओं पर केन्द्रित पुस्तक 'सलोनी' का सहायक सम्पादक। 6.) नये पल्लव समूह की शैक्षिक साहित्यिक पाक्षिक पत्रिका 'नये पल्लव मंथन' के 15 अंकों का संपादन। 7.) सूरज पॉकिट बुक्स नईदिल्ली के लिए इश्क बकलोल, तबाही, वीर की विजय यात्रा, जोकर जासूस और फरेब नामक उपन्यासों का सम्पादन। 8.) साझा लघुकथा संग्रह 'मनभावन लघुकथाएँ' का संपादक। 9.) साझा कहानी संग्रह 'मनभावन कहानियाँ' का संपादक। 10.) विद्यालयीन पत्रिका 'प्रतिभा' का कार्यकारी संपादक। 5. 60 से अधिक पुस्तकों, पत्र-पत्रिकाओं का संपादन। पुरस्कार एवं सम्मान :- 1.) विद्यालय, महाविद्यालय, जिला एवं राज्य स्तरीय कविता, हायकू, लघुकथा, निबन्ध, तत्कालीन निबन्ध लेखन प्रतियोगिताओं में अनेक बार पुरस्क़ृत। 2.) छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान एवं नईदिल्ली की विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा अनेक बार सम्मानित। निवासी : रायपुर (छत्तीसगढ़)

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asha Shukla ""Asha""
    18 ഡിസംബര്‍ 2018
    कमाल का विचार है! !काफी पैनी नजर है आपकी। बहुत तीखा व्यंग्य है आपका आरक्षण पर।शानदार रचना।
  • author
    SHAILENDRA DUBEY
    21 ഡിസംബര്‍ 2018
    हृदयस्पर्शी कहानी!!!रोजीरोटी की चिंता से ग्रसित भाव कहूँ या लालच।चालाकी के चाल कहूं या महंगाई की मार सहते लोगों की मजबूरी!!!बहुत सुंदर कहानी💐💐💐
  • author
    Vijay Hiralal
    28 ആഗസ്റ്റ്‌ 2017
    total disagree on this point, I may n differ from your point of view but according to me any Indian will not dare to do this and what is the guarantee ki is no naukari mil hi jayega and agar niyam ka pata nahi to aapki information ke liye Bata if some one get naukari through the quota of divorcee it is applicable even after marriage. once divorcee mean divorcee for life time in terms of getting job.
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asha Shukla ""Asha""
    18 ഡിസംബര്‍ 2018
    कमाल का विचार है! !काफी पैनी नजर है आपकी। बहुत तीखा व्यंग्य है आपका आरक्षण पर।शानदार रचना।
  • author
    SHAILENDRA DUBEY
    21 ഡിസംബര്‍ 2018
    हृदयस्पर्शी कहानी!!!रोजीरोटी की चिंता से ग्रसित भाव कहूँ या लालच।चालाकी के चाल कहूं या महंगाई की मार सहते लोगों की मजबूरी!!!बहुत सुंदर कहानी💐💐💐
  • author
    Vijay Hiralal
    28 ആഗസ്റ്റ്‌ 2017
    total disagree on this point, I may n differ from your point of view but according to me any Indian will not dare to do this and what is the guarantee ki is no naukari mil hi jayega and agar niyam ka pata nahi to aapki information ke liye Bata if some one get naukari through the quota of divorcee it is applicable even after marriage. once divorcee mean divorcee for life time in terms of getting job.