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जिद

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क्या लगता है तुम्हें कि तुम से प्यार है मुझे ,भूल जाओ, आज के ज़माने में,असंभव,आज कल सब संभव है,प्यार नहीं,मुझे तुमसे प्यार तो नहीं है, है कुछ जरूर,वही जो एक बच्चे को तब महसूस होता है,जब उसे उसका ...

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लेखक के बारे में
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Girish Kumar Gumashta

अपने जीवन के अनुभवों को शब्दों का रूप देने की कोशिश

समीक्षा
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  • author
    Jyoti Nigam Gumashta
    31 मार्च 2019
    kuchh apani si
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    Jyoti Nigam Gumashta
    31 मार्च 2019
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