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ख़त

4.8
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एक सैनिक का ख़त

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लेखक के बारे में

जीवन एक किताब है; हर दिन एक नया पन्ना...कहानी को चलने दो।

समीक्षा
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  • author
    संध्या बक्शी
    16 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    भाई सस्नेह बधाई आपको 🌸। विजेताओं की सूची में आपका नाम देख कर ,बहुत बहुत प्रसन्नता हुई । इतने सारे धुरंधर लेखकों के बीच से हमने 'हीरा भाई' ढूंढा है ।जल्दी से 'खत' को खोल कर पढ़ा । वाकई , बेहद खूबसूरत लिखा है । पढ़ कर आँखे नम हो गईं । शहीदों की पत्नियां ,वीरांगनाएं होती हैं , पाषाण से भी सख्त ! उन्हें सहृदय नमन 🙏 । आपकी रचना वंदनीय है 🙏
  • author
    20 ഡിസംബര്‍ 2019
    ओह! क्या कहूँ!!!!😢😢😢😢😢😢समझ सकते हो मेरे मन की हालत। माँ हूँ..............कल्पित खत भी ह्र्दय विदीर्ण कर देता है।अब टपकती आँखों से कुछ नहीं लिखा जा रहा ब्रजेश😢😢😢😢😢⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ शहीद के सम्मान में लिखी रचना के लिए🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
  • author
    🇦🅿🅰🆁🅽🅰 "लहर"
    20 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    बहुत ही कम शब्दों में तुम आंखे भिगो गए अपनी रचना के माध्यम से।वीरो की पत्नियां भी विरांगनी होती है,वीर की जिम्मेदारी को निभाती हैं।बहुत बहुत बधाई तुम्हे विजेता की सूची में नाम शामिल हेतू।जादुई कलम है तुम्हारी।
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    संध्या बक्शी
    16 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    भाई सस्नेह बधाई आपको 🌸। विजेताओं की सूची में आपका नाम देख कर ,बहुत बहुत प्रसन्नता हुई । इतने सारे धुरंधर लेखकों के बीच से हमने 'हीरा भाई' ढूंढा है ।जल्दी से 'खत' को खोल कर पढ़ा । वाकई , बेहद खूबसूरत लिखा है । पढ़ कर आँखे नम हो गईं । शहीदों की पत्नियां ,वीरांगनाएं होती हैं , पाषाण से भी सख्त ! उन्हें सहृदय नमन 🙏 । आपकी रचना वंदनीय है 🙏
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    20 ഡിസംബര്‍ 2019
    ओह! क्या कहूँ!!!!😢😢😢😢😢😢समझ सकते हो मेरे मन की हालत। माँ हूँ..............कल्पित खत भी ह्र्दय विदीर्ण कर देता है।अब टपकती आँखों से कुछ नहीं लिखा जा रहा ब्रजेश😢😢😢😢😢⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ शहीद के सम्मान में लिखी रचना के लिए🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
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    🇦🅿🅰🆁🅽🅰 "लहर"
    20 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    बहुत ही कम शब्दों में तुम आंखे भिगो गए अपनी रचना के माध्यम से।वीरो की पत्नियां भी विरांगनी होती है,वीर की जिम्मेदारी को निभाती हैं।बहुत बहुत बधाई तुम्हे विजेता की सूची में नाम शामिल हेतू।जादुई कलम है तुम्हारी।